RAEO और RHEO समान काम लेकिन वेतनमान मे अंतर क्यों ??
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दोस्तों आपने RAEO और RHEO दोनों के बारे में आपने तो जरूर सुना होगा , यह दोनों ही कृषि विभाग के अधीन आने वाली शासकीय पद है जिनके कार्यों एवं भूमिका संबंधी दिशा निर्देश कृषि विभाग जारी करता है गोधन न्याय योजना, RIPA में व्यवसायिक गतिविधियों से इन अधिकारियों के कार्य एवं भूमिका में वृद्धि हुई है, लेकिन इनके वेतनमान में असमानता ने कई सवाल पैदा किए हैं।
तो आइए इस लेख में जानते हैं इनके योग्यता और वेतनमान विवाद को क्या है :
योग्यता दोस्तों RAEO और RHEO के लिए कृषि या उद्यानिकी विषय में स्नातक विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं जिनकी भर्ती की परीक्षा छत्तीसगढ़ मे व्यापम द्वारा लिया जाता है ,जिसमें वरीयता क्रम में आने वाले उम्मीदवारों के दस्तावेज परीक्षण के बाद कृषि विभाग नियुक्ति आदेश जारी करता है ।
क्या है वर्तमान विवाद :
दोस्तों छत्तीसगढ़ में RHEO का वेतनमान 2400 ग्रेड पे मे आता है तो वही RHEO का 2800 ग्रेड पे में, जहां वर्तमान में लागू स्टाइपेंड के बाद प्रथम वर्ष में वेतन का 70% द्वितीय वर्ष में 80% और तृतीय वर्ष में 90% मिलता है जिसके कारण RHEO का वेतन और भी कम हो जाता है।
जिसकी शिकायत RHEO को हमेशा रहती है, वही कार्यों की बात करें तो RHEO और RAEO के कामकाज में कुछ ज्यादा अंतर नहीं है क्योंकि दोनों में ही सरकारी कार्यों एवं कृषि योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू कराने की बड़ी भूमिका होती है ।
तो क्या RHEO की वेतन बनी चाहिए??
छत्तीसगढ़ सरकार धान के बदले अन्य उद्यानिकी फसल लेने पर ₹10000 इनपुट सब्सिडी के रूप में दे रही है जिससे उद्यानिकी फसलों के प्रति किसानों का रुझान बढ़ा है जिससे छत्तीसगढ़ में उद्यानिकी फसलों का रकबा भी बढ़ा है तो इस बात के पर्याप्त संभावना है कि आगामी भविष्य में RHEO की भूमिका में भी वृद्धि होगी जिससे शायद इनके वेतनमान में बृद्धि हो सके।
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